萨顶顶 - 万物生 (梵文版) ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय। वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव। सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव। अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ। सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। वज्रि भव महासमय सत्त्व आः ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय। वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव। सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव। अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ। सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। वज्रि भव महासमय सत्त्व आः सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। वज्रि भव महासमय सत्त्व आः सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। वज्रि भव महासमय सत्त्व आः ॐ वज्रसत्त्व हूं
[id:$00000000] [ar:萨顶顶] [ti:万物生 (梵文版)] [by:] [hash:cced80d4c614cf22c9e3e96fef98ed00] [al:] [sign:] [qq:] [total:279823] [offset:0] [00:00.45]萨顶顶 - 万物生 (梵文版) [00:16.43]ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय। [00:46.64]वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव। [00:52.67]सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव। [00:58.88]अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ। [01:06.58]सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं [01:11.54]कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं [01:21.40]सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। [01:30.48]वज्रि भव महासमय सत्त्व आः [01:49.79]ॐ वज्रसत्त्व समय मनुपालय। [02:02.03]वज्रसत्त्वत्वेनोपतिष्ठ। दृढो मे भव। [02:08.30]सुतोष्यो मे भव। सुपोष्यो मे भव। [02:16.26]अनुरक्तो मे भव। सर्वसिद्धिं मे प्रयच्छ। [02:25.93]सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं [02:33.67]कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं [02:40.30]सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। [02:47.74]वज्रि भव महासमय सत्त्व आः [02:53.31]सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं [02:59.91]कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं [03:29.27]सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। [03:35.20]वज्रि भव महासमय सत्त्व आः [03:41.52]सर्वकर्मसु च मे। चित्तं श्रियं [03:48.04]कुरु हूं। ह ह ह ह होः। भगवं [03:50.37]सर्वतथागत वज्र मा मे मुञ्च। [03:52.14]वज्रि भव महासमय सत्त्व आः [03:53.45]ॐ वज्रसत्त्व हूं